Sunday 31 March 2013
Saturday 23 March 2013
Friday 22 March 2013
Thursday 21 March 2013
गौमाता की जय !
एक बार अयोध्या, दो बार द्वारिका,
तीन बार जाके त्रिवेणी में नहाओगे
चार बार चित्रकूट, नौ बार नासिक,
बार बार जाके बद्रीनाथ घूम आओगे
कोटि बार कशी, केदारनाथ, रामेश्वर,
गया, जगन्नाथ, चाहे जहाँ जाओगे
होते है दर्शन, प्रत्यक्ष
यहाँ द्रशन कामधेनू गऊ माँ के, गौधाम सा आनंद
कहीं नहीं पाओगे
गौमाता की जय !
वन्देगोमातरम !
तीन बार जाके त्रिवेणी में नहाओगे
चार बार चित्रकूट, नौ बार नासिक,
बार बार जाके बद्रीनाथ घूम आओगे
कोटि बार कशी, केदारनाथ, रामेश्वर,
गया, जगन्नाथ, चाहे जहाँ जाओगे
होते है दर्शन, प्रत्यक्ष
यहाँ द्रशन कामधेनू गऊ माँ के, गौधाम सा आनंद
कहीं नहीं पाओगे
गौमाता की जय !
वन्देगोमातरम !
गोसेवा करने से क्या-क्या होता है ?
गोसेवा करने से क्या-क्या होता है ?
1. भगवत्प्रेम की प्राप्ति होती है।
2. जन्म-मरण से मुक्ति मिलती है।
3. संतोष मिलता है।
4. धन में वृद्धि होती है।
5. पुण्य की प्राप्ति होती है।
6. संतान की प्राप्ति होती है।
7. दुःख दर्द दूर होते हैं।
8. ताप-संताप दूर होते हैं।
9. हृदय प्रफुलिलत होता है।
10. मन को शान्ति मिलती है।
11. स्वास्थ्य लाभ होता है।
12. तृप्ति का अनुभव होता है।
13. मनुष्य जनम सफल होता है।
14. परिवार को सुख मिलता है।
15. ग्रह-नक्षत्र अनुकूल हो जाते हैं।
16. अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है।
17. गाय सुखी होती है।
18. ईश्वर व संतों की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
19. गाय की हत्या रुकती है।
20. राष्ट्र सच्ची प्रगति करता है।
"*जय गौ माता ~जय श्री राम"*
1. भगवत्प्रेम की प्राप्ति होती है।
2. जन्म-मरण से मुक्ति मिलती है।
3. संतोष मिलता है।
4. धन में वृद्धि होती है।
5. पुण्य की प्राप्ति होती है।
6. संतान की प्राप्ति होती है।
7. दुःख दर्द दूर होते हैं।
8. ताप-संताप दूर होते हैं।
9. हृदय प्रफुलिलत होता है।
10. मन को शान्ति मिलती है।
11. स्वास्थ्य लाभ होता है।
12. तृप्ति का अनुभव होता है।
13. मनुष्य जनम सफल होता है।
14. परिवार को सुख मिलता है।
15. ग्रह-नक्षत्र अनुकूल हो जाते हैं।
16. अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है।
17. गाय सुखी होती है।
18. ईश्वर व संतों की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
19. गाय की हत्या रुकती है।
20. राष्ट्र सच्ची प्रगति करता है।
"*जय गौ माता ~जय श्री राम"*
Wednesday 20 March 2013
Tuesday 19 March 2013
Monday 18 March 2013
पिया - पिया - पिया
जिद की सलीब पे लटक के , जो कोई जीया !
न दोस्त ना ही रब मिला ,जीवन खतम किया !
वो दोस्त मेरी सादगी पे , यूँ फ़िदा हुआ ,
मिलता रहा फिर आँख से , काजल चुरा लिया !
हम दोस्तों को प्यार यूँ , करना सिखायेंगे ,
ज्यों दूध में चुपके से ही , चीनी मिला दिया !
हर जानवर भी जिस्म से , खुशियाँ बटोरे हैं ,
जिस्मों से मोहब्बत किया,तो क्या अलग किया ?
गिरना ही है तो रब की ,मोहब्बत में गिर के देख,
इसमें वफ़ा मिलेगी ये , वादा रहा मियाँ !
मैंने तो पिया ढूंढ़ लिया , बंद आँखों में ,
सब खोज रहे शोर कर , पिया - पिया - पिया !
न दोस्त ना ही रब मिला ,जीवन खतम किया !
वो दोस्त मेरी सादगी पे , यूँ फ़िदा हुआ ,
मिलता रहा फिर आँख से , काजल चुरा लिया !
हम दोस्तों को प्यार यूँ , करना सिखायेंगे ,
ज्यों दूध में चुपके से ही , चीनी मिला दिया !
हर जानवर भी जिस्म से , खुशियाँ बटोरे हैं ,
जिस्मों से मोहब्बत किया,तो क्या अलग किया ?
गिरना ही है तो रब की ,मोहब्बत में गिर के देख,
इसमें वफ़ा मिलेगी ये , वादा रहा मियाँ !
मैंने तो पिया ढूंढ़ लिया , बंद आँखों में ,
सब खोज रहे शोर कर , पिया - पिया - पिया !
Sunday 17 March 2013
Saturday 16 March 2013
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